किसी भी मनुष्य का व्यक्तित्व अच्छा या बुरा नहीं होता है ,उसके कर्म उसे अच्छा या बुरा बनाते हैं | लेकिन अच्छे होने या बुरे होने के पीछे भी कई कारण होते हैं ,जिसमे सबसे ज्यादा भूमिका होती है, आपके आसपास के वातावरण की | आसपास के वातावरण का ही किसी के ऊपर सबसे ज्यादा प्रभाव होता है जिसमे दोस्त ,रिश्तेदार,सहपाठी,भाई बहिन और माँ बाप होते हैं | आपके आस पास होने वाली घटनाओं का असर भी आपके व्यक्तिव पर होता है | कभी कभी परिस्थितियां भी व्यक्ति को अच्छा या बुरा बना देती हैं | इसलिए अगर आपको लगता है की कोई व्यक्ति बुरा है तो निश्चित ही उसके पीछे कई कारण होंगे, ठीक उसी तरह जैसे एक अच्छे व्यक्ति के पीछे भी कई कारण होते हैं, हो सकता है की आपके अच्छे व्यक्तित्व को भी कोई बुरा समझता हो | इसलिए किसी को भी अच्छा या बुरा समझने से पहले यह जानना बहुत ज़रूरी है की दुनिया में सभी प्रकार के व्यक्ति हैं और सभी की ज़िन्दगी अलग अलग है बस आपको यह तय करना है की आप कैसे हैं ?आपको क्या पसंद है ? क्यूंकि आप जैसे होते हैं वैसे लोग ही आप को पसंद आते है तो सिर्फ अपने आप को पहचानिए और संपर्क में आने वाले व्यक्ति को अनुभव करिए | क्यूंकि हर अच्छा या बुरा व्यक्ति आपको कुछ सिखा जाता है | न केवल आपके आसपास आपके जैसे व्यक्ति का होना ज़रूरी है बल्कि आपसे अलग व्यक्तियों के होने की भी ज़रुरत है जो की आपको कुछ नया सिखा जाते है | असल बात तो यह है की अच्छा व्यक्ति या बुरे व्यक्ति जैसा कुछ होता ही नहीं है ,सबका अपना एक अलग व्यक्तित्व है ,एक अलग सोच ,जो आपको सबसे अलग बनाता है | इसलिए अच्छा या बुरा छोड़ कर अपने व्यक्तिव पर ध्यान केन्द्रित करिए जो आपको मजबूत एवं सफल बनाएगा |
Comments
Post a Comment